उत्तराखंड में बिजली हुई सस्ती: मई के बिल में उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत, एफपीपीसीए के तहत औसतन 89 पैसे प्रति यूनिट की छूट
देहरादून, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने राज्यवासियों को बड़ी राहत दी है। बिजली खरीद की लागत में कमी आने के बाद मई महीने के बिजली बिल में उपभोक्ताओं को औसतन 89 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी जा रही है। यह छूट फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट (FPPC-A) के तहत लागू की गई है।
UPCL के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने जानकारी दी कि मार्च 2025 में निगम ने बिजली बाजार से तय दरों से कम कीमत पर बिजली खरीदी थी। इसका सीधा लाभ अब उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। FPPC-A के अंतर्गत कुल 101 करोड़ रुपये की राहत दी जा रही है।
विभिन्न श्रेणियों को मिलेगी इतनी छूट:
बिजली की छूट उपभोक्ताओं की श्रेणियों के अनुसार तय की गई है। देखिए किस वर्ग को कितनी राहत मिलेगी:
उपभोक्ता श्रेणी | प्रति यूनिट छूट (पैसे में) |
---|---|
घरेलू | 26 से 71 |
अघरेलू (व्यवसायिक) | 103 |
सरकारी सार्वजनिक उपयोगिता | 97 |
निजी ट्यूबवेल | 31 |
कृषि गतिविधियां | 44 से 51 |
एलटी इंडस्ट्री | 95 |
एचटी इंडस्ट्री | 95 |
मिक्स लोड | 89 |
रेलवे ट्रैक्शन | 89 |
ईवी चार्जिंग स्टेशन | 89 |
निर्माण के लिए अस्थायी आपूर्ति | 110 |
पहले भी दी गई राहत:
यह पहली बार नहीं है जब UPCL ने उपभोक्ताओं को छूट दी हो। इससे पहले जुलाई से लेकर मार्च 2025 तक विभिन्न महीनों में क्रमशः 30 पैसे से लेकर 1.19 रुपये प्रति यूनिट तक की छूट दी जा चुकी है।
क्या है FPPC-A?
FPPC-A एक ऐसा तंत्र है जिसके तहत बिजली खरीद की वास्तविक लागत और अनुमोदित लागत के अंतर के आधार पर उपभोक्ताओं को राहत या अतिरिक्त शुल्क लागू किया जाता है। जब बाजार से सस्ती दरों पर बिजली खरीदी जाती है, तो इसका लाभ उपभोक्ताओं को अगली बिलिंग में मिलता है।
निष्कर्ष:
बिजली दरों में यह कटौती न केवल उपभोक्ताओं के मासिक खर्च को कम करेगी, बल्कि गर्मी के इस मौसम में आर्थिक राहत भी देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम ऊर्जा प्रबंधन में पारदर्शिता और दक्षता की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।