प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कांग्रेस सेवा दल का प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
रुड़की, 6 मई — उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के रुड़की महानगर सेवा दल के नेतृत्व में सोमवार को निजी स्कूलों में हो रही मनमानी और शिक्षा में गिरावट के विरोध में एक ज्ञापन महामहिम राज्यपाल को संबोधित कर खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि निजी स्कूलों की लूट-खसोट और शिक्षा माफियाओं पर अंकुश लगाया जाए।
इस मौके पर केकेसी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आशीष सैनी ने कहा कि “निजी स्कूल अब शिक्षा का मंदिर नहीं, बल्कि लूट का अड्डा बन चुके हैं। राज्य में शिक्षा माफिया का बोलबाला है।”
प्रदेश कांग्रेस के सचिव सुधीर शांडिल्य ने कहा कि “कक्षा 10 तक की फीस ₹1000 और कक्षा 12 तक ₹1200 से अधिक नहीं होनी चाहिए। मौजूदा फीस वृद्धि को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।”
यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सचिन चौधरी ने स्कूलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि “यूनिफॉर्म, नोटबुक, निजी प्रकाशकों की किताबों के नाम पर छात्रों और अभिभावकों को आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।”
रुड़की महानगर सेवा दल के अध्यक्ष डॉ रणवीर नगर ने चेतावनी दी कि “जो स्कूल सरकारी नियमों की अवहेलना कर छात्रों का शोषण कर रहे हैं, उनकी मान्यता रद्द करने हेतु जन आंदोलन चलाया जाएगा।”
इस प्रदर्शन में पूर्व सांसद राजेंद्र बॉडी, प्रधान मदन लाल एडवोकेट, पार्षद चारु चंद्र, पूर्व पार्षद गुड्डू चौधरी सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और जनहितकारी बनाने की मांग की।