चौराहों पर लगेंगी मिलावटखोरों और नकली दवा कारोबारियों की तस्वीरें, CM योगी ने दिए सख्त निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मिलावटखोरी और नकली दवाओं के कारोबार पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाया है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी व्यक्ति मिलावटखोरी या नकली दवाओं के निर्माण और बिक्री में लिप्त पाया जाए, उसकी पहचान सार्वजनिक की जाए। इसके तहत ऐसे अपराधियों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों, सार्वजनिक स्थलों और होर्डिंग्स पर लगाई जाएंगी, ताकि समाज को सतर्क किया जा सके और दोषियों को शर्मिंदा महसूस कराया जा सके।
सार्वजनिक शर्मिंदगी की नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरी केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है। खासकर नकली दवाओं के मामले में यह सीधे आमजन की जान से खिलवाड़ है। ऐसी आपराधिक प्रवृत्तियों को बढ़ावा देने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सख्त कानूनी कार्रवाई के आदेश
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि नकली दवाओं और खाद्य पदार्थों की मिलावट के मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट तथा एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) जैसे सख्त कानूनों के तहत कार्रवाई हो। साथ ही उनकी संपत्तियों को जब्त कर जनता के समक्ष यह संदेश दिया जाए कि राज्य सरकार ऐसे अपराधों पर “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाए हुए है।
स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा विभाग को विशेष अभियान चलाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग और औषधि नियंत्रण विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाने को कहा है। इन विभागों को निर्देशित किया गया है कि नकली दवाओं और मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच के लिए औचक निरीक्षण और सैंपलिंग की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। इसके अलावा, जिन स्थानों पर पहले भी ऐसे अपराध सामने आए हैं, वहां विशेष निगरानी रखी जाए।
जनजागरूकता पर भी ज़ोर
सीएम योगी ने कहा कि जनता को भी जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके लिए जनसंपर्क विभाग, सूचना विभाग और स्थानीय प्रशासन को मिलकर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया, रेडियो, टीवी और पोस्टरों के माध्यम से लोगों को नकली दवाओं और मिलावटी खाद्य पदार्थों से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी