
फर्जी विश्वविद्यालयों पर यूजीसी की सख्ती: छात्रों और अभिभावकों के लिए चेतावनी
नई दिल्ली | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने हाल ही में देशभर में संचालित 12 फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए छात्रों और अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। आयोग ने स्पष्ट किया कि इन संस्थानों द्वारा दी गई डिग्रियां न तो मान्य हैं और न ही उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए स्वीकार्य होंगी।
क्या है पूरा मामला?
यूजीसी के अनुसार, कुछ संस्थान बिना उचित प्राधिकरण के अवैध रूप से डिग्रियां बांट रहे हैं, जो यूजीसी अधिनियम, 1956 का उल्लंघन है। आयोग ने साफ किया है कि केवल वही विश्वविद्यालय डिग्री देने के लिए अधिकृत हैं, जो राज्य अधिनियम, केंद्रीय अधिनियम या प्रांतीय अधिनियम के तहत स्थापित हैं।
यूजीसी ने ऐसे संस्थानों की पहचान करने के लिए विशेष जांच की, जिसके बाद फर्जी विश्वविद्यालयों की एक सूची जारी की गई है। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के नाम शामिल हैं।
फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची:
- आंध्र प्रदेश:
- क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, गुंटूर
- बाइबिल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया, विशाखापत्तनम
- दिल्ली:
- अखिल भारतीय सार्वजनिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान (AIIPHS)
- वाणिज्यिक विश्वविद्यालय लिमिटेड, दरियागंज
- संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय
- व्यावसायिक विश्वविद्यालय
- ADR-केंद्रित न्यायिक विश्वविद्यालय
- भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान
- स्वरोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय
- आध्यात्मिक विश्वविद्यालय
- कर्नाटक:
- बदागनवी सरकार विश्व मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा सोसाइटी
- केरल:
- सेंट जॉन विश्वविद्यालय, किशनट्टम
- इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेटिक मेडिसिन (IIUPM), कोझीकोड
- महाराष्ट्र:
- राजा अरबी विश्वविद्यालय, नागपुर
- पुडुचेरी:
- श्री बोधि उच्च शिक्षा अकादमी
- उत्तर प्रदेश:
- गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयागराज
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय), अलीगढ़
- भारतीय शिक्षा परिषद, लखनऊ
- महामाया तकनीकी विश्वविद्यालय, नोएडा
- पश्चिम बंगाल:
- भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान चिकित्सा, कोलकाता
सरकार की सख्त कार्रवाई:
शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने लोकसभा में जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे फर्जी संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। अब तक 12 संस्थानों को बंद किया जा चुका है।
छात्रों के लिए सलाह:
यूजीसी ने छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे प्रवेश लेने से पहले विश्वविद्यालय की मान्यता की जांच अवश्य करें। यह जानकारी यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से उपलब्ध है।
फर्जी डिग्री घोटाले से बचने के लिए सतर्कता और सही जानकारी ही सबसे बड़ा हथियार है।