
हरिद्वार, 19 मई – “हरित चारधाम यात्रा” थीम के अंतर्गत उत्तराखण्ड के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफ.डी.ए) विभाग द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर खाद्य सुरक्षा से संबंधित एक व्यापक जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है। इस पहल का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को सुरक्षित, स्वच्छ और मानकों के अनुरूप खाद्य वस्तुएँ उपलब्ध कराना है, साथ ही पर्यावरण संरक्षण और जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता देना है।
अभियान के तहत यात्रा मार्गों पर यूज्ड कुकिंग ऑयल के पुनः उपयोग, सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उन्मूलन और भोजन की बर्बादी को कम करने पर विशेष जोर दिया गया है। इसके लिए होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और खानपान सेवा प्रदाताओं को नियमित प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से संवेदनशील किया जाएगा।
इस संदर्भ में हरिद्वार, जो कि चारधाम यात्रा का आध्यात्मिक और भौगोलिक प्रवेश द्वार माना जाता है, में एक वृहद “ईट राइट सम्मेलन” का आयोजन किया गया। एफ.डी.ए उत्तराखंड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में होटल एसोसिएशन हरिद्वार और टेट्रापैक प्रा. लि. का सहयोग प्राप्त हुआ।
सम्मेलन में होटल व्यवसायी, खाद्य कारोबारी, व्यापार मंडल के सदस्य, फूड हैंडलर्स और विभाग के राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को ईट राइट इंडिया अभियान और ईट राइट कैंपस पहल की जानकारी दी, जिससे वे अपने संस्थानों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ढाल सकें।
एफ.डी.ए अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य यात्रियों को स्वस्थ, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना है, जिससे चारधाम यात्रा न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण की दृष्टि से भी संतुलित और सफल हो सके।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों से यह आह्वान किया गया कि “खाद्य सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है” और हर व्यक्ति को इसके प्रति एक संदेशवाहक की भूमिका निभानी चाहिए।