सावधान! एलर्जी, बीपी और एंटीबायोटिक दवाएं निकलीं घटिया
राजस्थान ड्रग कंट्रोल की बड़ी कार्रवाई: 5 दवाओं और सर्जिकल ग्लव्स पर रोक, हरिद्वार की Maskon व ऊधमसिंह नगर की Agran के सैंपल भी फेल
राजस्थान में मरीजों की सेहत से जुड़े एक गंभीर और चौंकाने वाले खुलासे ने दवा बाजार में हड़कंप मचा दिया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्तालय, राजस्थान ने 16 से 30 नवंबर 2025 के बीच लिए गए दवा सैंपलों की जांच रिपोर्ट जारी करते हुए छह दवाओं और एक मेडिकल प्रोडक्ट को “Not of Standard Quality (NSQ)” घोषित किया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये वही दवाएं हैं, जिनका इस्तेमाल एलर्जी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और बैक्टीरियल संक्रमण जैसी आम लेकिन गंभीर बीमारियों में रोजाना हजारों मरीज करते हैं।
जांच में फेल हुईं ये दवाएं
ड्रग कंट्रोल विभाग के अनुसार, सभी सैंपल Indian Pharmacopoeia (IP) के तय मानकों पर खरे नहीं उतरे—
अमानक घोषित दवाएं:
1️⃣ Levocetirizine Dihydrochloride Tablets
👉 एलर्जी की दवा | Assay टेस्ट में फेल
निर्माता: YI Pharma, बद्दी (हिमाचल प्रदेश)
2️⃣ Vagishose Tablets IP 3 mg (DULCOVOG-03)
👉 Assay मानकों से कम
निर्माता: Lifecare Neuro Products Ltd., बद्दी (HP)
3️⃣ Ofloxacin Tablets IP 200 mg (OFWIN-200)
👉 संक्रमण की एंटीबायोटिक | Assay में फेल
निर्माता: VL Pharma, बद्दी (HP)
4️⃣ Telmisartan & Amlodipine Tablets IP (Talpin-A)
👉 ब्लड प्रेशर की दवा | IP मानक पूरे नहीं
निर्माता: Maskon Life Sciences Pvt. Ltd., रुड़की (उत्तराखंड)
5️⃣ Cefixime Oral Suspension
👉 बैक्टीरियल इंफेक्शन की दवा | Assay टेस्ट में असफल
निर्माता: Agran Remedies Pvt. Ltd., काशीपुर (ऊधमसिंह नगर, उत्तराखंड)
🧤 सर्जिकल ग्लव्स भी निकले खतरनाक
6️⃣ Disposable Latex Surgical Gloves
👉 IS 13422:2024 के तहत Sterility टेस्ट में फेल
निर्माता: Swear Healthcare Pvt. Ltd., धौलपुर (राजस्थान)
विशेषज्ञों के अनुसार, नॉन-स्टेराइल सर्जिकल ग्लव्स अस्पतालों में संक्रमण फैलने का बड़ा कारण बन सकते हैं, जिससे मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों दोनों की जान को खतरा होता है।
ड्रग कंट्रोल का सख्त आदेश
राजस्थान के सभी औषधि नियंत्रण अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि—
✔️ इन दवाओं और ग्लव्स का पूरा स्टॉक तुरंत बाजार से हटाया जाए
✔️ बिक्री, वितरण और उपयोग पर तत्काल रोक लगाई जाए
✔️ संबंधित कंपनियों के अन्य बैचों की भी जांच कराई जाए
✔️ Drugs & Cosmetics Act, 1940 के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए
मरीजों की सेहत से कोई समझौता नहीं
ड्रग कंट्रोल अधिकारियों ने साफ कहा है कि एलर्जी, बीपी और संक्रमण की दवाओं में गुणवत्ता की कमी सीधे मरीजों की जान से खिलवाड़ है।
विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में दवा कंपनियों और मेडिकल स्टोर्स पर सख्त निगरानी और छापेमारी जारी रहेगी।
देशभर में अलर्ट
इस पूरे मामले की जानकारी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) समेत अन्य राज्यों के ड्रग कंट्रोल विभागों को भेज दी गई है, ताकि अन्य राज्यों में भी इन दवाओं पर नजर रखी जा सके।
जनहित में अपील
यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इन दवाओं का सेवन कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें और दवा की जांच कराएं।
👉 राजस्थान ड्रग कंट्रोल की यह कार्रवाई मरीजों की सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा और जरूरी कदम मानी जा रही है।



