थराली पुल हादसे पर सख्त मुख्यमंत्री, तीन अभियंता निलंबित
चमोली/देहरादून,
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के थराली में निर्माणाधीन बैली ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने की घटना को गंभीरता से लिया है। घटना के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत लोक निर्माण विभाग (PWD) के तीन अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
PWD सचिव पंकज कुमार पांडे द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि थराली में जिस पुल का निर्माण कार्य चल रहा था, उसकी गुणवत्ता और निगरानी में घोर लापरवाही पाई गई। यह पुल लगभग 2 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बन रहा था और इसके क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र की करीब 4000 की आबादी प्रभावित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “जो भी अधिकारी या कर्मचारी कार्यों में कोताही बरतेंगे, उन्हें दंड भुगतने के लिए तैयार रहना होगा,” उन्होंने दोटूक संदेश दिया।
सरकार की ओर से जांच के आदेश भी दिए गए हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि पुल गिरने के पीछे तकनीकी खामी, सामग्री की गुणवत्ता या कार्यप्रणाली में कोई चूक जिम्मेदार है या नहीं।
इस कार्रवाई को सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत एक उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया है।
पृष्ठभूमि:
थराली में निर्माणाधीन 60 मीटर लंबे बैली ब्रिज के रविवार को अचानक ढह जाने से न केवल आवाजाही बाधित हुई, बल्कि इलाके के ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है। पुल के गिरने से कोई जानमाल की हानि नहीं हुई, लेकिन इससे क्षेत्रीय विकास कार्यों और लोगों की दिक्कतें काफी बढ़ गई हैं।
जांच जारी, जिम्मेदारों पर और गिरेगी गाज
PWD के उच्च अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंचकर तकनीकी मूल्यांकन कर रही है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि मामले में अन्य की भी भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।