
होली से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग सतर्क, लेकिन दिवाली के सैंपल अभी तक पेंडिंग!
हरिद्वार। होली का त्योहार नजदीक है, और त्योहारों में मिलावटखोरी की आशंका हमेशा बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने पहले ही सैंपलिंग अभियान शुरू कर दिया है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि पिछली दिवाली के दौरान लिए गए 32 खाद्य पदार्थों के सैंपल में से अब तक सिर्फ 11 की रिपोर्ट आई है, और बाकी 21 सैंपल की रिपोर्ट अभी भी लंबित है।
दिवाली के सैंपल: धीमी जांच प्रक्रिया पर सवाल
पिछले साल दिवाली के दौरान खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिठाइयां, नमकीन, तेल, दूध, घी और अन्य खाद्य उत्पादों के कुल 32 सैंपल लिए थे। इनमें से अब तक सिर्फ 11 सैंपल की रिपोर्ट आई, जिसमें से 2 सैंपल फेल हो चुके हैं। यानी इन खाद्य पदार्थों में मिलावट या गुणवत्ता में गड़बड़ी पाई गई है। बाकी 21 सैंपल की रिपोर्ट अभी भी पेंडिंग है जिससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
होली पर बढ़ी सतर्कता, लेकिन पिछला रिकॉर्ड चिंताजनक
अब जब होली का त्योहार करीब है, तो विभाग ने एक बार फिर मिठाई, ठंडाई, दूध, और अन्य खाद्य उत्पादों** की जांच शुरू कर दी है। लेकिन सवाल यह है कि जब दिवाली के सैंपल अभी तक पूरी तरह जांचे नहीं गए हैं, तो क्या होली के सैंपल्स की रिपोर्ट समय पर आ पाएगी?
मिलावटखोरी पर क्या कहते हैं अधिकारी?
खाद्य सुरक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लैब की प्रक्रिया में देरी के कारण रिपोर्ट्स आने में समय लग रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि होली से पहले लिए गए सैंपल्स की रिपोर्ट जल्दी जारी की जाएगी, ताकि मिलावटी खाद्य पदार्थों पर समय रहते कार्रवाई की जा सके।
जनता में आक्रोश: “इतनी देरी क्यों?”
स्थानीय उपभोक्ताओं और सामाजिक संगठनों का कहना है कि अगर त्योहार के बाद तक सैंपल की रिपोर्ट ही नहीं आती, तो फिर सैंपलिंग का क्या फायदा? त्योहारों पर आम जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिलें, यह सुनिश्चित करने के लिए जांच प्रक्रिया को तेज़ किया जाना चाहिए।
क्या होगा आगे?
खाद्य विभाग ने होली से पहले बड़े स्तर पर सैंपलिंग करने की योजना बनाई है।
– दिवाली के बचे हुए 21 सैंपल की रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद जताई जा रही है।
– अगर कोई सैंपल फेल होता है, तो संबंधित व्यापारियों और दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
जब तक जांच प्रक्रिया तेज़ नहीं होगी, तब तक मिलावटखोर बेखौफ रहेंगे। त्योहारों पर मिलावटखोरी रोकने के लिए ज़रूरी है कि सैंपलिंग के बाद रिपोर्ट तुरंत जारी की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। अब देखने वाली बात होगी कि क्या होली से पहले विभाग अपने काम में तेजी ला पाता है या नहीं