हरिद्वार मंशा देवी मंदिर भगदड़ हादसे पर कांग्रेस का बड़ा हमला, न्यायिक जांच और 1 करोड़ मुआवज़े की मांग
हरिद्वार —हरिद्वार के पवित्र मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह हुई भगदड़ ने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत और कई के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है। घटना के बाद सरकार और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए महानगर कांग्रेस कमेटी ने कड़ा हमला बोला है।
कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस नोट में इस हादसे को “सरकारी लापरवाही और प्रशासनिक विफलता” बताया गया है। पार्टी ने कहा कि श्रावण मास में शिवरात्रि के बाद पहले शनिवार और रविवार को हर साल भारी भीड़ जुटती है, इसकी जानकारी प्रशासन को पहले से थी, फिर भी कोई पुख्ता इंतज़ाम नहीं किए गए।
कांग्रेस का आरोप है कि सीढ़ी मार्ग को वन-वे करने की व्यवस्था नहीं की गई और पुलिस बल की भारी कमी के चलते भगदड़ को रोका नहीं जा सका। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी से कई जानें नहीं बच पाईं, और सरकार मृतकों की असली संख्या छुपा रही है।
कांग्रेस ने उठाई ये 5 प्रमुख मांगें:
हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में न्यायिक जांच।
दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई।
मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ मुआवज़ा, और घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर।
धार्मिक स्थलों के लिए स्थायी भीड़ नियंत्रण नीति।
मृतकों की वास्तविक संख्या और हादसे की सच्चाई सार्वजनिक की जाए।
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकार केवल दिखावे और प्रचार में व्यस्त है, जबकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता और जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं होती, कांग्रेस जनता की आवाज़ बुलंद करती रहेगी।