हरिद्वार जिले पोलुशन कण्ट्रोल बोर्ड की सख्ती से 20 उद्योगों की अनुमति रद्द, औद्योगिक क्षेत्र में मचा हड़कंप

 हरिद्वार जिले पोलुशन कण्ट्रोल बोर्ड की सख्ती से 20 उद्योगों की अनुमति रद्द, औद्योगिक क्षेत्र में मचा हड़कंप

हरिद्वार।  उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PCB) ने हरिद्वार जिले में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए 20 औद्योगिक इकाइयों के CTE और CTO आवेदन खारिज कर दिए हैं। दिसंबर 2025 में हुई इस कार्रवाई ने औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। PCB ने स्पष्ट कर दिया है कि पर्यावरण नियमों की अनदेखी अब किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

PCB अधिकारियों के अनुसार लंबे समय से मिल रही शिकायतों और जमीनी निरीक्षण के बाद यह कार्रवाई की गई। कई उद्योग ऐसे पाए गए जो हवा और पानी को प्रदूषित कर रहे थे, लेकिन सुधार के लिए दिए गए निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया गया।


 नियमों की अनदेखी पड़ी भारी

जांच में सामने आया कि संबंधित उद्योगों में—

  • वायु और जल प्रदूषण मानकों का पालन नहीं हो रहा था
  • अपशिष्ट प्रबंधन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी
  • प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र या तो लगाए नहीं गए थे या निष्क्रिय थे
  • पर्यावरणीय दस्तावेज अधूरे पाए गए
  • पहले जारी नोटिसों का अनुपालन नहीं किया गया

इन खामियों के चलते PCB ने सीधे अनुमति रद्द करने का फैसला लिया।


 रुड़की क्षेत्रीय कार्यालय की अहम भूमिका

इस पूरी कार्रवाई की निगरानी PCB के रुड़की क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा की गई। सूत्रों के मुताबिक आने वाले समय में—

  • औचक निरीक्षण और तेज होंगे
  • पुराने उद्योगों की फाइलें दोबारा खोली जाएंगी
  • नियम न मानने पर सीलिंग और भारी जुर्माना लगाया जाएगा

PCB ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में किसी भी उद्योग को सिर्फ कागजी नहीं, बल्कि वास्तविक अनुपालन के आधार पर ही अनुमति दी जाएगी।


इन उद्योगों पर हुई कार्रवाई

खारिज किए गए आवेदनों में शामिल प्रमुख औद्योगिक इकाइयाँ—

  • Shiv Khandsari Udyog
  • BEEAM Products & Services Pvt. Ltd.
  • Hikmah Ayurvedic Pvt. Ltd.
  • New Gagan Brick Field
  • Polycab India Limited
  • Vijai Electricals Limited
  • Centrun Recycling Industries
  • R N Alloys

सहित कुल 20 उद्योग।

इनमें कई उद्योग नवीनीकरण के लिए आवेदन कर रहे थे, जबकि कुछ नए या विस्तार की अनुमति मांग रहे थे।


 CTE और CTO क्या है?

  • CTE (Consent To Establish): उद्योग स्थापित करने से पहले जरूरी अनुमति
  • CTO (Consent To Operate): उद्योग संचालन के लिए अनिवार्य अनुमति

इनके बिना उद्योग चलाना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।


 PCB का साफ संदेश

PCB की इस सख्ती से साफ है कि सरकार अब—

  • प्रदूषण फैलाने वालों पर जीरो टॉलरेंस
  • नियम तोड़े = उद्योग बंद
  • केवल ग्रीन और नियमों का पालन करने वाले उद्योगों को बढ़ावा

हरिद्वार में PCB की यह कार्रवाई एक कड़ा चेतावनी संदेश है—
👉 पर्यावरण सुरक्षित होगा, तभी उद्योग चलेंगे।
👉 नियम तोड़े तो कारोबार पर ब्रेक तय है।

यह कार्रवाई आने वाले समय में पूरे जिले के उद्योगों के लिए नजीर बनेगी।

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