जनपद में ‘नियमों की धज्जियाँ’, स्वास्थ्य विभाग का डंडा – 2 अल्ट्रासाउंड सील, 19 अस्पतालों पर ₹9.50 लाख जुर्माना
हरिद्वार, स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रही मनमानी और लापरवाही अब महंगी पड़ने लगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने हरिद्वार जिले में कड़ा शिकंजा कस दिया है। जो अस्पताल और क्लीनिक नियम-कायदों को ताक पर रखकर लोगों की जान से खेल रहे थे, अब उन पर ताले और जुर्माने दोनों पड़ने लगे हैं।
सघन चेकिंग अभियान के दौरान विभाग की टीम ने 2 अल्ट्रासाउंड मशीनों को सीधे सील कर दिया। वहीं, 3 अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर डॉक्टर तो नदारद मिले लेकिन मशीनें चालू हालत में पकड़ी गईं। ऐसे केंद्रों को न सिर्फ जुर्माना ठोका गया बल्कि नोटिस भी थमाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने साफ कहा – “अब कोई भी नैदानिक संस्थान जनता और श्रद्धालुओं की सेहत के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
बड़े नाम भी आए घेरे में
जांच में कई चर्चित अस्पताल और लैब्स की पोल खुल गई। मान्य डायग्नोस्टिक (बहादराबाद), ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी और लंढौरा के अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर सीधे ताले जड़ दिए गए। दीप अल्ट्रासाउंड (सुल्तानपुर), यशलोक हॉस्पिटल (रुड़की) और आर्यावर्त हॉस्पिटल (कनखल) में डॉक्टर गायब मिले और मशीनें चालू पाई गईं।
19 अस्पतालों पर ‘पचास-पचास हजार’ का डंडा
जिले के 19 अस्पताल और लैब्स नियमों की धज्जियाँ उड़ाते मिले। सब पर 50-50 हजार का जुर्माना ठोका गया। इनमें लोटस हॉस्पिटल (ज्वालापुर), एसएन पैथोलॉजी (बहादराबाद), मेडविन हॉस्पिटल (रुड़की), खुशी हॉस्पिटल (लंढौरा), सहारा हॉस्पिटल (मंगलौर), ग्रीन हॉस्पिटल (मंगलौर), न्यू मिशन हॉस्पिटल (मंगलौर) समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।
मशीनें जब्त, जुर्माना भी
चौहान एक्स-रे क्लीनिक (लंढौरा), बालाजी एक्स-रे सेंटर (लंढौरा), सहारा हॉस्पिटल (सुल्तानपुर), खुशी हेल्थ केयर (भगवानपुर) और लाइफलाइन हॉस्पिटल (इमलीखेड़ा) की मशीनें जब्त की गईं और 50-50 हजार का जुर्माना भी ठोका गया।
कुल जुर्माना: ₹9 लाख 50 हजार
इस पूरे अभियान में स्वास्थ्य विभाग ने कुल 9 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना वसूला।