
हरिद्वार में बड़ा फर्जीवाड़ा: खुद को गृह मंत्री के पुत्र का निजी सचिव बताने वाला ठग गिरफ्तार
उत्तराखंड में ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को गृह मंत्री का पुत्र बताकर राजनेताओं को ठगने की कोशिश की थी। अब हरिद्वार में एक और बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जहां एक शख्स खुद को केंद्रीय गृह मंत्री का पुत्र और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह का निजी सचिव बताकर अधिकारियों से लाइजनिंग करने की कोशिश कर रहा था।
कैसे पकड़ा गया ठग?
हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने इस फर्जी व्यक्ति को भूपतवाला इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति पिछले कई दिनों से सरकारी अधिकारियों के संपर्क में था और विभिन्न मामलों में अपने प्रभाव का झूठा दावा कर दबाव बना रहा था। जब अधिकारियों को संदेह हुआ, तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। तफ्तीश के बाद पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा
हरिद्वार कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने इस मामले की पुष्टि की है। प्रारंभिक जांच में यह व्यक्ति पूरी तरह फर्जी निकला। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसने किन-किन लोगों को अपने झांसे में लिया और कितनी बड़ी ठगी को अंजाम दिया। पुलिस उससे गहराई से पूछताछ कर रही है ताकि उसके संपर्कों और ठगी के तरीकों का पता लगाया जा सके।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब किसी ने खुद को किसी बड़े राजनेता या अधिकारी का रिश्तेदार बताकर ठगी करने की कोशिश की हो। कुछ समय पहले भी उत्तराखंड में एक व्यक्ति ने खुद को गृह मंत्री का पुत्र बताकर राजनेताओं को ठगने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस की सतर्कता और आगे की कार्रवाई
हरिद्वार पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस व्यक्ति ने किन-किन लोगों से संपर्क किया और क्या वह इससे पहले भी किसी ठगी में शामिल रहा है। यदि इस मामले में कोई और लोग भी जुड़े हैं, तो जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सावधान रहें, सतर्क रहें
इस घटना से यह साफ हो गया है कि ठग अब नई-नई तरकीबें अपनाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। आम जनता और सरकारी अधिकारियों को सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि इस तरह की ठगी को समय रहते रोका जा सके।