
चारधाम यात्रा 2025: आसान होगी पंजीकरण प्रक्रिया, नहीं होगी अफरा-तफरी
चारधाम यात्रा 2025 को लेकर सरकार ने इस बार नई व्यवस्था लागू की है, जिससे तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। पिछले साल बिना पंजीकरण के श्रद्धालु बड़ी संख्या में यात्रा पर पहुंच गए थे, जिससे कई जगहों पर अव्यवस्था फैल गई थी। इस बार इस समस्या से बचने के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा
इस बार 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन किए जाएंगे, जबकि 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन होंगे। तीर्थ-पुरोहितों की मांग पर यह निर्णय लिया गया ताकि जिन लोगों के पास ऑनलाइन पंजीकरण का साधन नहीं है, वे भी आसानी से यात्रा कर सकें।
हरिद्वार और ऋषिकेश में पिछले साल पंजीकरण को लेकर भारी भीड़ उमड़ी थी, जिससे अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी। इसे देखते हुए इस बार पंजीकरण केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। यात्रा के शुरुआती 15 दिनों तक ये केंद्र 24 घंटे खुले रहेंगे, जिससे श्रद्धालु कभी भी अपना पंजीकरण करा सकें।
मुख्य पंजीकरण केंद्र
ऑफलाइन पंजीकरण के लिए विभिन्न स्थानों पर केंद्र खोले जाएंगे:
- हरिद्वार – 12 केंद्र
- ऋषिकेश – 20 केंद्र
- विकासनगर – 15 केंद्र
- बड़कोट, उत्तरकाशी, हिना, गुप्तकाशी, श्रीनगर, पांडुकेश्वर – 2-2 केंद्र
- सोनप्रयाग – 1 केंद्र
यात्रियों को नहीं होगी परेशानी
पिछले साल की समस्याओं को देखते हुए इस बार विशेष तैयारियां की गई हैं। तीर्थयात्रियों को उनकी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, पंजीकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाकर भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।
चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र यात्रा है, और इस बार की पंजीकरण व्यवस्था इसे सुगम और सुव्यवस्थित बनाने में मदद करेगी।