चमोली में बड़ा हादसा: निर्माणाधीन बैली ब्रिज ढहा, 4000 की आबादी का संपर्क टूटा
PWD पर फिर उठे सवाल, करोड़ों की लागत से बन रहा था पुल, दो महीने में धराशायी
चमोली, उत्तराखंड — चमोली जिले के दूरस्थ क्षेत्र में एक बड़ा हादसा सामने आया है। यहां करीब 60 मीटर लंबा एक निर्माणाधीन बैली ब्रिज अचानक ढह गया, जिससे क्षेत्र की लगभग 4000 की आबादी का अन्य इलाकों से संपर्क पूरी तरह कट गया। यह पुल PWD (लोक निर्माण विभाग) द्वारा 2 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बनाया जा रहा था।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पुल का निर्माण कार्य महज दो महीने पहले शुरू हुआ था। हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूरों ने पुल को खड़ा करने के लिए लगाए गए सपोर्ट स्ट्रक्चर और अस्थायी वर्थ (मचान) हटाए। सपोर्ट हटाते ही पूरा पुल संतुलन खो बैठा और देखते ही देखते नदी में समा गया।
गनीमत यह रही कि घटना के वक्त पुल पर कोई मजदूर मौजूद नहीं था, जिससे जान-माल की क्षति नहीं हुई। हालांकि, स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि इसे भारी लापरवाही और तकनीकी चूक का नतीजा बता रहे हैं।
स्थानीय जनता में रोष
घटना के बाद इलाके में PWD के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पुल निर्माण में घटिया सामग्री और अनुभवहीन निर्माण टीम की वजह से ये हादसा हुआ। लोगों ने जांच की मांग करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
चमोली जिला प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। PWD के इंजीनियरों की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है, जो ढहने के कारणों का अध्ययन कर रही है।
सवालों के घेरे में PWD
यह हादसा राज्य में सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर फिर सवाल खड़ा करता है। करोड़ों की लागत से बना पुल मात्र दो महीने में ढह गया, जो निर्माण प्रक्रिया में गंभीर खामियों की ओर इशारा करता है।