अवैध गर्भपात दवा गिरोह का भंडाफोड़, 6,720 एमटीपी किट जब्त
चेन्नई, – तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (DCA) ने गर्भपात की दवाओं की अवैध बिक्री और वितरण में लिप्त एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में 6,720 ‘डॉ. मोरपेन एमटीपी किट’ जब्त की गईं।
जांच का नेतृत्व नमक्कल जिले के ड्रग इंस्पेक्टरों ने किया और यह धरणीधरन सेल्वम नामक व्यक्ति तक पहुंची, जो बिना लाइसेंस के बेंगलुरु से भारी मात्रा में दवाएं खरीद रहा था। सेल्वम इन दवाओं को तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में सरवनन, कार्तिक राजेश और अन्य लोगों को अवैध रूप से बेच रहा था।
डीसीए के नियंत्रण एवं लाइसेंसिंग प्राधिकरण एस. गुरुभारती ने बताया कि एमटीपी किट का अनधिकृत उपयोग महिलाओं के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है। बिना चिकित्सकीय निगरानी इसका सेवन करने से अत्यधिक रक्तस्राव, संक्रमण और अपूर्ण गर्भपात जैसी खतरनाक जटिलताएं हो सकती हैं।
इस ऑपरेशन के बाद दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। डीसीए ने कहा कि यह कार्रवाई जन स्वास्थ्य की सुरक्षा और दवा कालाबाज़ारी पर रोक लगाने के उनके सतर्क प्रयासों का हिस्सा है।
गौरतलब है कि अवैध गर्भपात दवाओं की बिक्री केवल तमिलनाडु तक सीमित नहीं है। दिल्ली और तेलंगाना सहित कई राज्यों में हाल ही में छापेमारी और लाइसेंस रद्दीकरण जैसी सख्त कार्रवाई की गई है।
डीसीए ने जनता को चेतावनी दी है कि गर्भपात की दवाएं केवल पंजीकृत डॉक्टर के पर्चे और अधिकृत दवा दुकानों से ही खरीदी जाएं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना अधिकारियों को देने की अपील भी की गई है, ताकि ऐसे खतरनाक नेटवर्क का पूरी तरह सफाया किया जा सके।
यह कदम अधिकारियों की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसके तहत वे स्वास्थ्य सुरक्षा से समझौता करने वाले माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे हैं।