ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवाइयां बनाने वाला फैक्ट्री मालिक गिरफ्तार, STF ने गिरोह का किया भंडाफोड़
देहरादून, 18 जुलाई: उत्तराखंड एसटीएफ ने ब्रांडेड दवा कंपनियों की नकली दवाइयां बनाकर उत्तर भारत में सप्लाई करने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए फैक्ट्री मालिक देवी दयाल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी डेढ़ महीने की लंबी जांच और फरारके बाद हुई है। आरोपी संगठित अपराध में सक्रिय था और बड़े पैमाने पर नकली दवाइयों का निर्माण एवं वितरण कर रहा था।
1 करोड़ से ज्यादा टैबलेट और 2 लाख कैप्सूल की सप्लाई
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने जानकारी दी कि आरोपी देवी दयाल गुप्ता वर्ष 2021 से 2025 के बीच लगभग 1 करोड़ 42 लाख टैबलेट और 2 लाख से अधिक कैप्सूल नकली रूप से तैयार कर चुका था। ये सभी दवाइयां नामी कंपनियों के नकली रैपर, आउट बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड के साथ ब्रांडेड दिखाने की कोशिश की जाती थी।
उत्तर भारत में होता था नकली दवाओं का वितरण
देवी दयाल गुप्ता सहसपुर क्षेत्र में स्थित एक लैब और फैक्ट्री से दवाइयां तैयार करवाता था और फिर इन्हें हरियाणा, राजस्थान सहित उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजा जाता था। इन दवाओं को सप्लाई करने का काम आरोपी नवीन बंसल द्वारा किया जा रहा था।
अब तक 4 आरोपी गिरफ्तार
इस पूरे रैकेट में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है:
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संतोष कुमार – नकली आउटर बॉक्स व लेबल के साथ पकड़ा गया
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नवीन बंसल – मुख्य वितरक
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आदित्य काला – नकली दवाओं की पैकिंग व आपूर्ति में शामिल
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देवी दयाल गुप्ता – फैक्ट्री मालिक और मुख्य सरगना
1 जून को शुरू हुई थी जांच
1 जून को भारी मात्रा में नकली दवाओं के रैपर, बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड बरामद होने के बाद इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई थी। पूछताछ में आरोपियों ने कई खुलासे किए थे, जिसके आधार पर एसटीएफ ने गुप्ता को गिरफ्तार किया।
STF की कड़ी निगरानी और आने वाली कार्रवाई
एसटीएफ ने साफ किया है कि इस पूरे नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी जांच की जा रही है। दवा सुरक्षा और उपभोक्ता स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एसटीएफ लगातार इस तरह के संगठित अपराधों पर निगरानी कर रही है