ICMR और CDSCO ने लॉन्च किया 39 मानक IVD मूल्यांकन प्रोटोकॉल का पहला बैच
नई दिल्ली। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने मिलकर उच्च जोखिम वाली बीमारियों की समय पर पहचान सुनिश्चित करने के लिए 39 मानक इन-विट्रो डायग्नोस्टिक (IVD) मूल्यांकन प्रोटोकॉल जारी किए हैं।
इन प्रोटोकॉल्स का उपयोग तपेदिक, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, टाइफाइड, श्वसन संबंधी वायरस, चांदीपुरा वायरस और निपाह वायरस जैसी गंभीर बीमारियों के निदान हेतु किया जाएगा।
ICMR महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद भारत का डायग्नोस्टिक उद्योग तेजी से बढ़ा है। ऐसे में यह कदम देश की पब्लिक हेल्थ सिस्टम को मजबूत करेगा और भारतीय IVD उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा।
👉 DCGI डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने इसे ICMR और CDSCO के बीच सहयोगात्मक समझौते का अहम मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह मानक प्रोटोकॉल भारत में IVD परीक्षण की गुणवत्ता और क्षमता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण संसाधन साबित होंगे।
🔹 इन प्रोटोकॉल्स के जरिए नए डायग्नोस्टिक किट्स के समय पर सत्यापन और बाजार में उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा।
🔹 देशभर में मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क विकसित किया जाएगा।
🔹 इससे रोगियों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण हेल्थकेयर उपलब्ध कराने के राष्ट्रीय लक्ष्य को बल मिलेगा।
यह पहल भारत के नैदानिक विज्ञान और नियामक उत्कृष्टता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा हैं